जो मैं ऐसा जानती
की प्रीत किये दुख होये
हो नगर ढिंढोरा पिटती
की प्रीत न करियो कोई
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
आवन कह गए अजहुँ न आये
आवन कह गए अजहुँ न आये
लीनी न मोरी खबरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
दिल को दिए क्यों दुख बिरहा के
तोड़ दिया क्यों महल बना के
दिल को दिए क्यों दुख बिरहा के
तोड़ दिया क्यों महल बना के
आस दिला के ओ बेदर्दी
आस दिला के ओ बेदर्दी
फेर ली काहे नजरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
नैन कहे रो रो के सजना
देख चुके हम प्यार का सपना
नैन कहे रो रो के सजना
देख चुके हम प्यार का सपना
प्रीत है झूठी प्रीतम झूठा
प्रीत है झूठी प्रीतम झूठा
झूठी है सारी नगरिया
मोहे भूल गए साँवरिया
भूल गए साँवरिया
रंगीला रे...................
तेरे रंग में
यूँ रंगा है मेरा मन
छलिया रे ना बुझे है
किसी जल से ये जलन
ओ..... रंगीला रे
तेरे रंग में
यूँ रंगा है मेरा मन
छलिया रे ना बुझे है
किसी जल से ये जलन
ओ...... रंगीला रे