Vartman Ko Vardhman Ki Aavshykata Hai Karaoke
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हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
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- Hindi Lyrics
Description
हर आत्मा दु:खी है
सुख शांति खो चुकी है
हर दृष्टि हो के व्याकुल
महावीर पे रुकी हैं
महावीर….महावीर….
महावीर….. महावीर..
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
पापों के दल दल में फ़सकर
धर्म सिसकता हैं
पापों के दल दल में फ़सकर
धर्म सिसकता हैं
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
हिंसा के बादल छायें संसार पर
सर्वनाश के दुनिया खडी कगार पर
नहीं शास्त्रों में अब शस्त्रों में होड हैं
मानवता रोती हैं अपनी हार पर
महावीर ही पथ भूलों को
समझा सकता है,
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
1 2 3 4 5 6 7 8
यदी ये चैतन्य मुकुर इव भावाश्चिदचित:
समं भ्रान्ति धौव्य-व्यय-जनि-लसन्तौऽन्तरहिता
जगत्साक्षी मार्ग-प्रगटन-परो-भानुरिवयो,
महावीर स्वामी नयन-पथ-गामी-भवतुमे: ॥
1 2 3 4
बांधो प्रभु को भक्तिभाव की डोर से
करो प्रार्थना सब जीवों की ओर से
वीतराग व्यथितों के दुख पर ध्यान दें
हमको करे कृतार्थ कृपा की कोर से
प्रभु के नयनों से करुणा का
नीर झलकता है
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
1 2 3 4 5 6 7 8
महामोहांतक-प्रशमनःप्राकस्मिक-भिषड,
निरापेक्षो बन्धु र्विदित-महिमा मड्गलकरः।
शरण्यःसाधू नांभ वभय भृता मुत्त म गुणो,
महावीर स्वामी नयन-पथ-गामी-भवतुमे: ॥
1 2 3 4
वह आये तो हर संकट से प्राण हो
अभय सुरक्षित सर्व सुखी हर प्राण हो
जियो और जीने दो के महामंत्र से
विश्व शांति पाये सबका कल्याण हो
प्रभु की मृदुवाणी में
आध्यामिक मादकता हैं
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
महावीर….महावीर….
महावीर….. महावीर..
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
Additional information
Music Director | RAVINDRA JAIN |
---|---|
Singer | |
Mood | Hindi Devotional |
Lyrics | RAVINDRA JAIN |
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हर आत्मा दु:खी है
सुख शांति खो चुकी है
हर दृष्टि हो के व्याकुल
महावीर पे रुकी हैं
महावीर….महावीर….
महावीर….. महावीर..
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
पापों के दल दल में फ़सकर
धर्म सिसकता हैं
पापों के दल दल में फ़सकर
धर्म सिसकता हैं
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
हिंसा के बादल छायें संसार पर
सर्वनाश के दुनिया खडी कगार पर
नहीं शास्त्रों में अब शस्त्रों में होड हैं
मानवता रोती हैं अपनी हार पर
महावीर ही पथ भूलों को
समझा सकता है,
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
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यदी ये चैतन्य मुकुर इव भावाश्चिदचित:
समं भ्रान्ति धौव्य-व्यय-जनि-लसन्तौऽन्तरहिता
जगत्साक्षी मार्ग-प्रगटन-परो-भानुरिवयो,
महावीर स्वामी नयन-पथ-गामी-भवतुमे: ॥
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बांधो प्रभु को भक्तिभाव की डोर से
करो प्रार्थना सब जीवों की ओर से
वीतराग व्यथितों के दुख पर ध्यान दें
हमको करे कृतार्थ कृपा की कोर से
प्रभु के नयनों से करुणा का
नीर झलकता है
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
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महामोहांतक-प्रशमनःप्राकस्मिक-भिषड,
निरापेक्षो बन्धु र्विदित-महिमा मड्गलकरः।
शरण्यःसाधू नांभ वभय भृता मुत्त म गुणो,
महावीर स्वामी नयन-पथ-गामी-भवतुमे: ॥
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वह आये तो हर संकट से प्राण हो
अभय सुरक्षित सर्व सुखी हर प्राण हो
जियो और जीने दो के महामंत्र से
विश्व शांति पाये सबका कल्याण हो
प्रभु की मृदुवाणी में
आध्यामिक मादकता हैं
हिंसा पीडित विश्व राह
महावीर की तकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
महावीर….महावीर….
महावीर….. महावीर..
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
वर्तमान को वर्धमान की
आवश्यकता है
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