Kya Dekhte Ho Surat Tumhari Karaoke With Hindi Lyrics

Kya Dekhte Ho Surat Tumhari Karaoke With Hindi Lyrics

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क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी

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Description

क्या देखते हो
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
रोज़ रोज़
रोज़ रोज़ देखूँ तुझे नई-नई लगे मुझे
अंगों में अमृत की धारा तेरे अंगों में अमृत की धारा
दिल लेने के ढंग तेरे सीखे कोई रंग तेरे
बातों का अन्दाज़ प्यारा तेरी बातों का अन्दाज़ प्यारा
शरारत से चेहरा चमकने लगा क्यों
शरारत से चेहरा चमकने लगा क्यों
ये रंग लाई है संगत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
सोचो ज़रा
सोचो ज़रा जान-ए-जिगर, बीतेगी क्या तुम पे अगर
हमको जो कोई चुरा ले तुमसे हमको जो कोई चुरा ले
किसी ने जो तुम्हें छीना नामुमकिन है उसका जीना
कैसे नज़र कोई डाले तुमपे कैसे नज़र कोई डाले
प्यार पे अपने इतना भरोसा प्यार पे अपने इतना भरोसा
मिटना मोहब्बत में फितरत हमारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी

Additional information

Singer

Music Director

Kalyanji Anandji

Movie

Qurabani

Lyrics

Indeevar

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क्या देखते हो
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
रोज़ रोज़
रोज़ रोज़ देखूँ तुझे नई-नई लगे मुझे
अंगों में अमृत की धारा तेरे अंगों में अमृत की धारा
दिल लेने के ढंग तेरे सीखे कोई रंग तेरे
बातों का अन्दाज़ प्यारा तेरी बातों का अन्दाज़ प्यारा
शरारत से चेहरा चमकने लगा क्यों
शरारत से चेहरा चमकने लगा क्यों
ये रंग लाई है संगत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
सोचो ज़रा
सोचो ज़रा जान-ए-जिगर, बीतेगी क्या तुम पे अगर
हमको जो कोई चुरा ले तुमसे हमको जो कोई चुरा ले
किसी ने जो तुम्हें छीना नामुमकिन है उसका जीना
कैसे नज़र कोई डाले तुमपे कैसे नज़र कोई डाले
प्यार पे अपने इतना भरोसा प्यार पे अपने इतना भरोसा
मिटना मोहब्बत में फितरत हमारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी
क्या चाहते हो
चाहत तुम्हारी
ना हम जो कह दें
कह ना सकोगी
लगती नहीं ठीक नीयत तुम्हारी
क्या देखते हो
सूरत तुम्हारी