Chana Jor Garam With Female Voice With Hindi Lyrics

Chana Jor Garam With Female Voice With Hindi Lyrics

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चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
मेरा चना बना है आला जिसमें डाला गरम-मसाला
इसको खाएगा दिलवाला चना जोर गरम

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Description

तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम ताराम ताराम
तुम तुम ताराम ताराम
दुनिया के हों लाख धरम पर अपना एक करम
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाई मजेदार
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
मेरा चना बना है आला जिसमें डाला गरम-मसाला
इसको खाएगा दिलवाला चना जोर गरम
मेरा चना खा गया गोरा मेरा चना खा गया गोरा
खाके बन गया तगड़ा घोड़ा मैंने पकड़के उसे मरोड़ा
मार के टंगड़ी उसको तोड़ा चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम

मेरे चने की आँख शराबी शराबी
चने की आँख शराबी
हो इसके देखो गाल गुलाबी, गुलाबी
देखो गाल गुलाबी
हो इसका कोई नहीं जवाबी इसका कोई नहीं जवाबी
जैसे कोई कुड़ी पंजाबी जैसे कोई कुड़ी पंजाबी
नाचे छनन-छनन,
नाचे छनन-छनन
कोठे चढ़ के तैनू पुकाराँ सुन ले मेरे बलम
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाई मजेदार
चना जोर गरम
1 2 3 4
मेरा चना खा गए गोरे गोरे
मेरा चना खा गए गोरे हो गोरे
जो गिनती में थे थोड़े
हो फिर भी मारें हमको कोड़े
फिर भी मारें हमको कोड़े
तुम तुम ताराम ताराम
तुम तुम ताराम ताराम
लाखों कोड़े टूटे फिर भी टूटा न दम-खम
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
चना जोर गरम
चना जोर गरम
चना जोर गरम

ओ ….आ …..ओ…ओ…ओ..
ओ……आ…..आ…..आ…..हो…
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
ये दुश्मन है ख़ुदगर्ज़ी का
ख़ुदगर्ज़ी का ख़ुदगर्ज़ी का
सर क़फ़न बाँध के निकला है
दीवाना है ये पगला है
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
अपनों से नाता जोड़ेगा
ग़ैरों के सर को फोड़ेगा
अपना ये वचन निभाएगा
माटी का कर्ज़ चुकाएगा
चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
मिट जाने को मिट जाएगा
आज़ाद वतन कर जाएगा
न तो चोरी है, न तो डाका है
बस ये तो एक धमाका है
धमाके में आवाज़ भी है
एक सोज़ भी है, एक साज़ भी है
समझो तो बात ये साफ़ भी है
और न समझो तो राज़ भी है
अपनी धरती अपना है गगन
ये मेरा है, मेरा है वतन
अपनी धरती अपना है गगन
ये मेरा है, मेरा है वतन
इस पर जो आँख उठाएगा
ज़िन्दा दफ़नाया जाएगा
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
ये दुश्मन है ख़ुदगर्ज़ी का
ख़ुदगर्ज़ी का ख़ुदगर्ज़ी का
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
ये दुश्मन है ख़ुदगर्ज़ी का
ख़ुदगर्ज़ी का ख़ुदगर्ज़ी का
आ……..

Additional information

Singer

Released

1981

Music Director

Laxmikant Pyarelal

Movie

Kranti

Lyrics

Santosh Anand

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तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम तारारारा तुम तुम ताराम
तुम तुम ताराम ताराम
तुम तुम ताराम ताराम
दुनिया के हों लाख धरम पर अपना एक करम
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाई मजेदार
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
मेरा चना बना है आला जिसमें डाला गरम-मसाला
इसको खाएगा दिलवाला चना जोर गरम
मेरा चना खा गया गोरा मेरा चना खा गया गोरा
खाके बन गया तगड़ा घोड़ा मैंने पकड़के उसे मरोड़ा
मार के टंगड़ी उसको तोड़ा चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम

मेरे चने की आँख शराबी शराबी
चने की आँख शराबी
हो इसके देखो गाल गुलाबी, गुलाबी
देखो गाल गुलाबी
हो इसका कोई नहीं जवाबी इसका कोई नहीं जवाबी
जैसे कोई कुड़ी पंजाबी जैसे कोई कुड़ी पंजाबी
नाचे छनन-छनन,
नाचे छनन-छनन
कोठे चढ़ के तैनू पुकाराँ सुन ले मेरे बलम
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाई मजेदार
चना जोर गरम
1 2 3 4
मेरा चना खा गए गोरे गोरे
मेरा चना खा गए गोरे हो गोरे
जो गिनती में थे थोड़े
हो फिर भी मारें हमको कोड़े
फिर भी मारें हमको कोड़े
तुम तुम ताराम ताराम
तुम तुम ताराम ताराम
लाखों कोड़े टूटे फिर भी टूटा न दम-खम
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
चना जोर गरम, बाबू मैं लाया मजेदार
चना जोर गरम
चना जोर गरम
चना जोर गरम
चना जोर गरम

ओ ....आ .....ओ...ओ...ओ..
ओ......आ.....आ.....आ.....हो...
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
ये दुश्मन है ख़ुदगर्ज़ी का
ख़ुदगर्ज़ी का ख़ुदगर्ज़ी का
सर क़फ़न बाँध के निकला है
दीवाना है ये पगला है
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
अपनों से नाता जोड़ेगा
ग़ैरों के सर को फोड़ेगा
अपना ये वचन निभाएगा
माटी का कर्ज़ चुकाएगा
चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
मिट जाने को मिट जाएगा
आज़ाद वतन कर जाएगा
न तो चोरी है, न तो डाका है
बस ये तो एक धमाका है
धमाके में आवाज़ भी है
एक सोज़ भी है, एक साज़ भी है
समझो तो बात ये साफ़ भी है
और न समझो तो राज़ भी है
अपनी धरती अपना है गगन
ये मेरा है, मेरा है वतन
अपनी धरती अपना है गगन
ये मेरा है, मेरा है वतन
इस पर जो आँख उठाएगा
ज़िन्दा दफ़नाया जाएगा
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
ये दुश्मन है ख़ुदगर्ज़ी का
ख़ुदगर्ज़ी का ख़ुदगर्ज़ी का
मेरा चना है अपनी मर्ज़ी का
मर्ज़ी का भई मर्ज़ी का
ये दुश्मन है ख़ुदगर्ज़ी का
ख़ुदगर्ज़ी का ख़ुदगर्ज़ी का
आ........