Ab Ke Sajan Sawan Me Karaoke With Hindi Lyrics
₹700.00
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
- Description
- Additional information
- Reviews (0)
- Hindi Lyrics
Description
अब के सजन सावन में
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
दो दिलों के बीच खड़ी कितनी दीवारें
हाय दो दिलों के बीच खड़ी कितनी दीवारें
कैसे सुनूँगी मैं पिया प्रेम की पुकारें
चोरी चुपके से तुम लाख करो जतन,
लाख करो जतन सजन
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
ल ल ल ल ल
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा
किस तरह हम देंगे भला दुनिया को धोका
रात भर जगाएगी ये मस्त मस्त पवन,
मस्त मस्त पवन सजन
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में ईश
अब के सजन सावन में
तेरे मेरे प्यार का ये साल बुरा होगा
अरे तेरे मेरे प्यार का ये साल बुरा होगा
जब बहार आएगी तो हाल बुरा होगा
कांटे लगाएगा ये फूलों भरा चमन,
फूलों भरा चमन सजन
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
Additional information
Singer | |
---|---|
Released | 1975 |
Music Director | S D Burman |
Movie | Chupake Chupake (1975) |
Mood | Romantic |
Lyrics | Anand Bakshi |
Only logged in customers who have purchased this product may leave a review.
अब के सजन सावन में
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
दो दिलों के बीच खड़ी कितनी दीवारें
हाय दो दिलों के बीच खड़ी कितनी दीवारें
कैसे सुनूँगी मैं पिया प्रेम की पुकारें
चोरी चुपके से तुम लाख करो जतन,
लाख करो जतन सजन
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
ल ल ल ल ल
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा
इतने बड़े घर में नहीं एक भी झरोखा
किस तरह हम देंगे भला दुनिया को धोका
रात भर जगाएगी ये मस्त मस्त पवन,
मस्त मस्त पवन सजन
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में ईश
अब के सजन सावन में
तेरे मेरे प्यार का ये साल बुरा होगा
अरे तेरे मेरे प्यार का ये साल बुरा होगा
जब बहार आएगी तो हाल बुरा होगा
कांटे लगाएगा ये फूलों भरा चमन,
फूलों भरा चमन सजन
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
अब के सजन सावन में
आग लगेगी बदन में
घटा बरसेगी मगर तरसेगी नज़र
मिल न सकेंगे दो मन एक ही आँगन में
Reviews
There are no reviews yet.