Are Yar Meri Tum Bhi Ho Ghazab Karaoke With Hindi Lyrics
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अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
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Description
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
कोई जो मुझको हाथ लगाएगा हाथ न उसके आऊंगी
मैं तेरे मन की लाल परी हूँ रे मन में तेरे उड़ जाऊंगी
कोई जो मुझको हाथ लगाएगा हाथ न उसके आऊंगी
मैं तेरे मन की लाल परी हूँ रे मन में तेरे उड़ जाऊंगी
तुम परी तो ज़रूर हो पर बड़ी मशहूर हो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
देख के तरसे लाख ये भंवरे और इन्हें तडपाऊंगी
तेरी गली की एक कली हूँ तेरे गले लग जाऊंगी
देख के तरसे लाख ये भंवरे और इन्हें तडपाऊंगी
तेरी गली की एक कली हूँ तेरे गले लग जाऊंगी
तुम कली तो ज़रूर हो पर बड़ी मशहूर हो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
डाल के घुंघटा रूप को अपने और नहीं मैं छुपाऊंगी
सुंदरी बनके तेरी बलमवा आज तो मैं लहराऊंगी
डाल के घुंघटा रूप को अपने और नहीं मैं छुपाऊंगी
सुंदरी बनके तेरी बलमवा आज तो मैं लहराऊंगी
सुंदरी तो ज़रूर हो पर बड़ी मशहूर हो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
अरे मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो हं हं
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
Additional information
Singer | |
---|---|
Released | 1965 |
Music Director | S D Burman |
Movie | teen deviya |
Mood | Romantic |
Lyrics | Majrooh Sultanpuri |
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अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
कोई जो मुझको हाथ लगाएगा हाथ न उसके आऊंगी
मैं तेरे मन की लाल परी हूँ रे मन में तेरे उड़ जाऊंगी
कोई जो मुझको हाथ लगाएगा हाथ न उसके आऊंगी
मैं तेरे मन की लाल परी हूँ रे मन में तेरे उड़ जाऊंगी
तुम परी तो ज़रूर हो पर बड़ी मशहूर हो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
देख के तरसे लाख ये भंवरे और इन्हें तडपाऊंगी
तेरी गली की एक कली हूँ तेरे गले लग जाऊंगी
देख के तरसे लाख ये भंवरे और इन्हें तडपाऊंगी
तेरी गली की एक कली हूँ तेरे गले लग जाऊंगी
तुम कली तो ज़रूर हो पर बड़ी मशहूर हो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
डाल के घुंघटा रूप को अपने और नहीं मैं छुपाऊंगी
सुंदरी बनके तेरी बलमवा आज तो मैं लहराऊंगी
डाल के घुंघटा रूप को अपने और नहीं मैं छुपाऊंगी
सुंदरी बनके तेरी बलमवा आज तो मैं लहराऊंगी
सुंदरी तो ज़रूर हो पर बड़ी मशहूर हो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो
अरे मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
जब मेरी चुनरिया मलमल की
फिर क्यों न फिरूँ झलकी झलकी
अरे यार मेरी तुम भी हो ग़ज़ब घूँघट तो ज़रा ओढ़ो हं हं
आहा मानो कहा अब तुम हो जवां
मेरी जान लड़कपन छोड़ो
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